[box type=”warning” align=”aligncenter” class=”” width=”80%”]रायगढ खरसिया मुड़पार एकलव्य आवासीय विद्यालय छात्रों को प्रताड़ना का मामला गर्माया, जाँच के लिए पहुंचे सहायक आयुक्त. [/box]
जी हां यह कहानी है रायगढ जिला के आदिवासी विकासखण्ड खरसिया (Kharsia) में स्थित एकलव्य आवासीय मॉडल स्कूल की जिसका भूमि पूजन एवं लोकार्पण छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के द्वारा किया गया है। जहां के सांसद (रायगढ) केंद्र सरकार में राज्यमंत्री के पद पर है। जहां के विधायक छतीसगढ़ कांग्रेस में युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष है उसके बावजूद खरसिया (Kharsia) में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के गढ़ माने जाने वाले मुड़पार ग्राम में स्थित एकलव्य आवासीय विद्यालय के बच्चों के द्वारा स्कूल एवं छात्रवास प्रबन्धन पर जो आरोप लगाए है वो बेहद ही चौकाने वाले है।
सुबह लगभग 7 बजे उक्त स्कूल में पड़ने वाले लगभग 80 छात्रों ने छात्रावास अधिक्षक एवं विद्यालय स्टॉफ के द्वारा प्रताड़ना किये जाने की शिकायत को लेकर रैली निकाली एवं विद्यालय के चेयरमेन कलेक्टर रायगढ को उनके कार्यालय पहुंच गये एवं अपनी समस्याएं बताई । जब उक्त प्रताड़ित छात्रों से मीडिया के द्वारा उक्त स्कूली बच्चों को दिए जाने वाले प्रताड़ना के सम्बन्ध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सबसे पहले तो बच्चों बताया कि छात्रवास के अधिक्षिका श्रीमती खलखो एवं संस्था के उप प्राचार्य ओमप्रकास चौबे एवं उप छात्रावास अधीक्षक फबियानुस तिर्की के द्वारा न सिर्फ बच्चो के साथ में हाथ एवं लात से मारपीट किया जाता है। बल्कि बच्चों को घटिया कीड़ा, मकोड़ा, कंकड़, धान युक्त चावल जिसे जानवर भी नही खाएंगे खाने को दिया जाता है। कक्षा 11 वीं 12 वीं के बच्चों को आजतक पड़ने के लिए पुष्तक भी नही दिया गया है। छात्रावास के मेस में कक्षा 7 वीं 8 वीं के बच्चों से काम कराया जाता है। बच्चों को एवं अभिभावकों को गरीब भिखारी चुड़ैल की औलाद कहकर अपमानित किया जाता है। खेलकूद का सामान नही दिया जाता है। अभी तक अनेको बच्चों को स्कूल ड्रेस तक नही दिया गया है। किसी वरिष्ठ अधिकारी के सामने विद्यालय या छात्रावास के सम्बन्ध में शिकायत करने पर बच्चों को फ़ैल करने की धमकी, टी सी काटने की धमकी सहित अभिभावकों को बुलाके बच्चों के ऊपर चोरी ला झूठा लांछन भी स्टॉफ द्वारा लगाया जाता है ।
लगातार प्रताड़ना से त्रस्त बच्चों के सब्र का बांध टुटा तो आज स्कूल के बच्चे 8 किमी पैदल चलकर छात्रावास अधीक्षिका एवं स्टॉफ पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए जिला कलेक्टर से मिलने रेल्वे स्टेशन की तरफ निकल पड़े जहां से लोकल ट्रेन में सवार होकर बिना टिकट कलेक्टर रायगढ के सामने पहुंचे एवं अपनी प्रताड़ना के सम्बन्ध में अवगत कराया तब तक मामला सोसल मिडिया में वायरल हो चूका था, मामले की जानकारी स्थानीय छात्र नेताओं सहित प्रसाशनिक अमले को हो चूका था।
जब ABVP के छात्र नेताओं को मामले की जानकारी मिली तो उन्होंने पीड़ित छात्रों को कलेक्टर रायगढ अलरमेल मंगई डी से मुलाकात करा के उनकी समस्याओं से अवगत कराया। जब कलेक्टर साहिबा को खुद जिस स्कूल की अध्यक्ष ( चेयरमेन) है उस स्कूल के बच्चों को शिकायत का पुलिंदा लिए अपने सामने खड़े देखा तो उनके तेवर गर्म हो गए। उन्होंने तत्काल आयुक्त आदिवासी विभाग संकल्प साहू को बुलाकर छात्रों के शिकायत एवं प्रताड़ना की जाँच के लिए खरसिया एकलव्य स्कूल जाने कहा बच्चों को रायगढ स्थित छात्रावास मर भोजन कराने के बाद 2 बसों में वापस एकलव्य छात्रावास भेजा गया बच्चों के साथ स्वयं रायगढ सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग संकल्प साहू भी पहुंचे जहां पहुंचने के बाद उन्होंने पीड़ित छात्रों का बयान लिया।
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युवा कांग्रेशियों ने शिक्षा मंन्त्री का फूंक पुतला : मौके पर उपस्थित ABVP एवं युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं सहित मीडियाकर्मियों द्वारा मिडिया के समक्ष छात्रों की शिकायत पर जाँच करने का निवेदन किया गया किन्तु सहायक आयुक्त के द्वारा उस पर असमर्थता जताते हुए जाँच उपरांत पूरी जानकारी मिडिया एवं जनप्रतिनिधियों के समक्ष रखने की बात कहा एवं छात्रावास पहुंच के बच्चों से पूछताछ एवं निरीक्षण करने लगे इससे उपस्थित युवा कांग्रेसी गुस्सा गये एवं उन्होंने एकलव्य विद्यालय के बाहर ही आदिमजाति कल्याण मंत्री केदार कश्यप का पुतला फूंकते हुए जोरदार सरकार विरोधी नारा लगाना प्रारम्भ कर दिया। जांच में सत्यता उजागर होने पर मीडिया को सहायक आयुक्त ने मीडिया को बुलाया. जब छात्रावास का निरीक्षण करने के बाद शिकायत को सही पाए जाने पर सहायक आयुक्त के द्वारा मिडिया के समक्ष खुलासा किया गया उनके द्वारा विद्यालय एवं छात्रावास प्रबन्धन पर घोर लापरवाही की बात स्वीकार करते हुए जाँच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप शीघ्र कार्यवाही की बात कहा एवं 1 माह में व्यवस्था सुधारने का आश्वासन दिया.
छात्रों ने अधीक्षिका एवं दोषी शिक्षकों को हटाने लगाया नारा : जब सहायक आयुक्त मीडिया से चर्चा कर रहे थे तो उपस्थित छात्रों ने दोषियों को सस्पेंड करो का नारा लगाना प्रारम्भ कर दिया। जिसपर दोषियों पर कार्यवाही जिला कलेक्टर के समक्ष जाँच रिपोर्ट प्रस्तुत किये जाने के बाद किये जाने का आश्वासन दिया गया.
कलेक्टर को मुख्यमंत्री द्वारा अक्षर सम्मान दिए जाने पर उठे सवाल: हालहि में रायपुर में मुख्यमंत्री के हाथों अक्षर सम्मान दिए जाने पर सवाल खड़ा हो गया है। जिस स्कूल में कलेक्टर चेयरमेन हो जहां पिछले 2 वर्षों मीटिंग नही हुई है जिले के जिस एक मात्र आदिवासी मॉडल स्कूल के बच्चों को अपने साथ होने वाले प्रताड़ना के लिए शिकायत करने 10 किलोमीटर सड़को पर पैदल चलके ट्रेन से बिना टिकट रायगढ जाना पड़ जाये तब भी बच्चों के समस्याओं का त्वरित निराकरण करने के बजाय उन्हें मात्र आश्वासन ही मिले तो फिर प्रदेश सरकार से अक्षर सम्मान से सम्मानित कलेक्टर के सम्मान पर भी प्रश्न चिन्ह लगना स्वाभाविक बात है. – भूपेन्द्र वैष्णव छात्रवास से लौट के
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