खरसिया रेलवे स्टेशन रात्रि में महिला यात्रियों के लिए हुआ असुरक्षित, 3 लड़को ने महिला यात्री को कर लिया था अगवा
खरसिया[Kharsia News] : आरपीएफ के अभाव में रेल्वे स्टेशन महिला यात्रियों के लिए खतरा बना हुआ है। शनिवार की घटना है, एक युवती-यात्री को 3 युवकों ने गलत इरादों से अगवा कर लिया था, परंतु दूध विक्रेता देवप्रसाद राठौर की सूझबूझ से युवती की अस्मत गई। ग्राम मकरी के कोटवार मेलाराम एवं खरसिया थाना के सब इंस्पेक्टर बंजारे ने तथा महिला आरक्षक ने युवती को उसके दादा के घर कांसाबहार छाल पहुंचाया।
इस सम्बंध मे प्राप्त जानकारी के अनुसार अपने घर से रायगढ़ जाने के लिए निकली युवती खरसिया रेलवे स्टेशन में ट्रेन का इंतजार कर रही थी कि 3 लड़के उसको जबरन अपने साथ उठाकर ग्राम मकरी के पास नहर-पुल के पास ले गए और बदनियती से लड़की के साथ आपत्तिजनक हरकत करने लगे। यह तो रब की मेहरबानी थी कि इसी वक्त खरसिया से दूध देकर वापस जा रहे देवप्रसाद राठौर ने युवती की आवाज सुनकर रक्षात्मक स्वर में आवाज़ लगाई कि क्या हो गया! कौनहैं ये लोग? तब तीनों आरोपी युवक, युवती को छोड़ रफूचक्कर हो गये। फिर दूधवाले ने एक जागरूक नागरिक होने का परिचय देते हुए युवती को मकरी ग्राम के कोटवार मेलाराम के पास भेजा।
आरपीएफ एवं सीसीटीवी का अभाव
युवती का हालचाल सुनकर मेलाराम ने मामले की सूचना पुलिस को दी, फिर सबइंस्पेक्टर बंजारे, महिला आरक्षक एवं कोटवार मेलाराम ने लड़की को उसके दादा के घर कांसाबहार ले जा कर सुरक्षित छोड़ा। सब इंस्पेक्टर बंजारे ने बताया कि उक्त युवती के माता-पिता कमाने खाने के लिए पंजाब गए हुए हैं।
इस घटना से साफ जाहिर होता है कि विभिन्न ट्रेनों एवं खरसिया में साइडिंग के माध्यम से प्रतिमाह करोड़ो की आय प्राप्त करने वाले रेलवे स्टेशन में रेलवे सुरक्षा गार्डो की तैनाती नही किया जाना कितना दुर्भाग्यजनक है। जबकि खरसिया में रेल्वे के 3 सदस्य भी हैं, किंतु उनको आम जनता के दुखों एवं तकलीफों से कोई वास्ता नही है। फिलहाल दूधवाले देवप्रसाद राठौर के प्रयास से एक युवती की अस्मत लूटने से बच गई।
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