रायगढ़ [Raigarh]: नवरात्रि पर्व पर कलेक्टर श्रीमती अलरमेलमंगई डी के मार्गदर्शन में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के लिए सार्थक प्रयास किया जा रहा है। साथ जिले में मां दुर्गा के 9 रूपों के अनुरूप 9 दिनों तक महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए अनेक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी तारतम्य में नवरात्रि के पांचवे दिन मां कुष्माण्डा की पूजा की जाती है। यह माता भक्तों की समस्या दूर करती है। इस अवसर पर महिला बाल विकास विभाग द्वारा आज पालीटेक्निक ऑडिटोरियम में महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए विधिक सहायता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर को फास्ट टे्रक कोर्ट के जिला अपर सत्र न्यायाधीश श्रीमती ममता शुक्ला ने जिला प्रशासन की सार्थक पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि नवरात्रि पर्व पर 9 दिनों तक महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए अनेक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, निश्चित ही वे इस अवसर का लाभ उठायेेंगे। उन्होंने महिलाओं के लिए बने कानून के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हमारे देश में अधिकतर महिलाएं घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीडऩ का शिकार होती है। ऐसे अपराधों की रोकथाम के लिए अनेक कानून बनें है। उन्होंने महिलाओं को जागरूक होकर अपने अधिकारों को जानने और आत्म विश्वास के साथ आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया। बालिकाओं की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि एक बालिका शिक्षित होती है तो दो परिवार का उजियारा करती है। साथ ही आसपास के लोगों में भी शिक्षा की लौ जगाती है। एक पढ़ी-लिखी महिला चाहती है कि उसके बच्चे उससे भी ज्यादा आगे बढ़े और उनका नाम रोशन करें।
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श्रीमती ममता शुक्ला ने 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों पर हो रहे लैगिंक अपराधों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अज्ञानता के कारण ही अधिकतर बच्चे ऐसे उत्पीडऩ का शिकार हो जाते है, यदि बच्चे शुरूआत में ही आगे बढ़कर इसका विरोध करें और अपने माता-पिता को तत्काल अवगत कराते है तो लैङ्क्षगक अपराधों पर तत्काल रोक लगाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि 2005 के पश्चात हिन्दु उत्तरा अधिकार अधिनियम में संशोधन कर दिया गया है। अब माता-पिता की संपत्ति में पुत्र के समान पुत्री को भी समान अधिकार दिया गया है।
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विधिक सहायता शिविर को पूर्व महिला आयोग की सदस्य श्रीमती शीला तिवारी ने संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं अपनी महत्ता को समझें और अवसर का लाभ उठाएं। कार्यक्रम में डॉ. काकोली पटनायक ने बालिकाओं को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी। विधिक सहायता शिविर में टीआई कौशिल्या साहू ने जिले में चलाए जा रहे ऑपरेशन मजनू के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल, कालेज के आसपास लड़कियों को अधिकतर लड़के परेशान करते है, इसकी रोकथाम के लिए और बालिकाओं को सुरक्षा देने के लिए जिले में पुलिस विभाग द्वारा आपरेशन मजनू चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी स्कूलों एवं कालेजों में शिकायत पेटी लगाई जा रही है। इसमें स्कूल एवं कालेज की बालिकाएं अपने ऊपर होने वाली घटना की शिकायत लिखकर शिकायत पेटी में डाल सकती है उनके नाम को पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा। साथ ही पुलिस विभाग के अधिकारी एवं महिला सेल के अधिकारियों एवं टीम के मेम्बर का मोबाईल नंबर नाम के साथ स्कूल कालेज में चस्पा किया जा रहा है। महिलाएं एवं बालिकाएं फोन के माध्यम से भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है और उनकी समस्याओं का महिला सेल द्वारा तत्काल निदान किया जाएगा। विधिक शिविर में बालिकाओं एवं महिलाओं के संरक्षण अधिनियम और उनसे जुड़े कानून के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका ऋषि महोबिया, डॉ. रीतु, महिला बाल विकास की कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अनिता अग्रवाल, जिला महिला बाल संरक्षण अधिकारी श्रीमती चैताली राय विश्वास एवं बड़ी संख्या में महिलाएं एवं बालिकाएं उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन प्राचार्य श्री राजेश डेनियल द्वारा किया गया।
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