25 मई से गांव-गांव में होगी जंग जागरण सभा, 10000 लोगों की निकलेगी रैली
खरसिया[Kharsia News] : कुनकुनी में पिछले 41 दिनों से 42 डिग्री तापमान में जारी भूख हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन को अपना समर्थन देने पहुंचे छत्तीसगढ़ के क्रांतिकारी किसान नेता राम गुलाम सिंह ठाकुर, गोपाल सिंह जूदेव, लल्लू सिंह ने आंदोलनकारी किसानों को संबोधित किया।
कुनकुनी जन-आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे रामगुलाम
राम ठाकुर राम सिंह ठाकुर राम गुलाम सिंह ने आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के मुखिया डॉ रमन सिंह की विकास यात्रा खोखली है। अगर उन्हें देखना है तो कुनकुनी आए और यहां के किसानों की विनाश की कहानी देखें। सभी 10 मांगों को जायज ठहराते हुए उन्होंने कहा कि जिन सांसदों एवं विधायकों को हम किसान आदिवासी एवं मूल निवासी, अपना हितैेषी समझकर विधानसभा एवं लोकसभा में भेजते हैं वे लोग ही वास्तव में हमारे शोषक हैं। यदि उनको गांव गरीब किसान की चिंता होती तो 41 दिनों से 42 डिग्री तापमान पर हमारे मूल निवासी आदिवासी भाइयों माताओं एवं किसानों को धरना प्रदर्शन में नहीं बैठना पड़ता।
याचना नहीं अब रण होगा संग्राम बड़ा भीषण होगा
ठाकुर ने कहा, कुनकुनी आंदोलन की आवाज कब ना सिर्फ छत्तीसगढ़ वरन पूरे भारत देश में गूंजेगी 25 मई से हम गांव-गांव में जन जागरण सभा का आयोजन करेंगे। प्रत्येक गांव में जन जागरण सभा का आयोजन किया जाएगा। जल्द ही खरसिया तहसील 10000 किसानों एवं आदिवासियों की विशाल जन जागरण हुंकार रैली का आयोजन भी किया जाएगा। जिला प्रशासन एवं निर्वाचित जनप्रतिनिधि आम जनता के आंदोलन को कमजोर ना आंकें। अगर जरूरत पड़ी तो जिला मुख्यालय एवं राजधानी में भी हम हजारों की संख्या में एकजुट होकर अपनी मांगों को पूरा कराने आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।
विधायक उमेश टंगली के बैंट हावे
अपने आप को आदिवासियों का हितैषी कहने वाले खरसिया विधायक उमेश पटेल पर तंज कसते हुए ठाकुर रामगुलाम ने कहा कि जिस प्रकार जंगल को काटने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कुल्हाड़ी में बैट का काम जंगल की लकड़ी करती है, ठीक उसी प्रकार खरसिया विधानसभा के निवासियों एवं आदिवासियों का परदेसिया लोगों द्वारा किए जा रहे शोषण एवं अत्याचार का संबल विधायक उमेश पटेल बने हुए हैं जो सिर्फ चंदा उगाही में मशगूल रहते हैं, उन्होंहें गरीब आदिवासियों का सिर्फ इस्तेमाल करना सीखा है।
विधानसभा अध्यक्ष का पुतला-दहनकर जताया आक्रोश
छतीसगढ़ संग्राम सेनानी गोपालसिंह जूदेव ने कहा कि छतीसगढ़ राज्य की स्थापना के बाद जिन 106 जनप्रतिनिधि, जिसमें 90 विधायक, 11 लोकसभा सांसद वं 5 राज्यसभा सांसद हैं, जिनके हाथोंं में राज्य के विकास का जिम्मा सौंपा , उन्होंने ही छत्तीसगढ़ की सम्पदा, जर-जंगल-जमीन को रसूखदारों, माफियाओं के हाथों लूटने को सौंप दिया। इसलिये मूलनिवासियों का भरोषा निर्वाचित जनप्रतिनिधियों से उठ गया है, इसलिये बारी-बारी से सबका पुतला-दहन कर आक्रोश जाहिर किया जायेगा। इसी कड़ी में आज विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल का पुतला फूंका गया।
वहीं माँगें शीघ्र पूरी ना होने पर आर्थिक नाकाबंदी करते हुए रेलकारीडोर एवं हाई-वे का कार्य भी रोका जायेगा।
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